Posted: March 29, 2020
द इन्टरनेशनल कम्युनिटी ऑफ मेनोनाइट ब्रदरन (आईकोम्ब) 19 देशों की 21 कलीसियाओं से मिलकर बना है, इन कलीसियाओं में 4,50,000 सदस्य हैं। आईकोम्ब का उद्देश्य सदस्य कलीसियाओं के मध्य रिश्तों और सेवाओं को बढ़ावा देना है ताकि गवाही और शिष्यता की सेवा प्रभावी रूप से पूरी की जा सके - जोड़ना, मजबूती प्रदान करना, और विस्तार करना।
भारत के बाइबल कॉलेज में उत्सव
21 फरवरी 2020 को, रूडी प्लेट्ट और इमरसन कारडोसो (आईकोम्ब अध्यक्ष) ने अन्य पाहुनों के साथ मिलकर मेनोनाइट ब्रदरन सेन्टेनरी बाइबल कॉलेज के दीक्षांत समारोह में भाग लिया।
यह बाइबल कालेज भारत में बाइबल शिक्षा क्षेत्र में अपनी सेवकाई की 100वीं वर्षगाँठ मना रहा है। इस आयोजन में लगभग 100 भूतपूर्व विद्याार्थियों ने भाग लिया जिसमें स्नात्तकोत्तर और पीएचडी स्तर के विद्यार्थी भी शामिल थे। इस कॉलेज में अध्ययन के लिए पूरे भारत के अलावा म्याँमार जैसे देशों से भी छात्र आते हैं। कॉलेज द्वारा पासवानों और लेअगुवों के लिए पत्राचार पाठ्यक्रम भी संचालित किए जाते हैं।
रूडी प्लेट्ट और इमरसन कारडोसा अन्तर्राष्ट्रीय मेनोनाइट ब्रदरन समुदाय की ओर से अभिवादन, स्नेह, और उत्साहवर्धन के शब्द ले कर आए थे।
सीज़र गार्सिया कहते हैं, “एक शताब्दी तक, युवाओं को कलीसिया में सेवकाई के लिए प्रशिक्षित करने का दर्शन लिए हुए, एमबी सेन्टेनरी बाइबल कॉलेज (एमबीसीबीसी) ने भारत और विदेशों के लिए सैकड़ो अगुवे तैयार किये - और वर्तमान में भी यह सेवकाई जारी है। चुनौतियों के बाद भी अनेक विलक्षण उपलब्धियाँ हैं।”
“उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने के साथ साथ, एमबीसीबीसी में विद्यार्थियों को अवसर दिया जाता है कि वे समुदाय में कठिन परिस्थितियों में जीवन बिता रहे लोगों के साथ परमेश्वर के प्रेम को बाँटे। जिस दर्शन के साथ इस संस्था की स्थापना की गई थी, उसे अब भी कायम रखते हुए, विद्यार्थियों को सर्वोत्तम रीति से तराशा जा रहा है, जो बाहर जा कर मसीह के बारे में लोगों को सिखाते हैं, उसका प्रचार करते हैं, और अपने जीवन में अनुसरण करते हैं।” इन सभों के लिए हमारी प्रार्थना है कि वे आनन्द के साथ सेवा करते रहें और जहाँ कहीं उन्हें बुलाया जाता है, वहाँ एक प्रकाशपुंज बने रहें।
“हमारी वैश्विक कलीसिया की ओर से, मैं प्राचार्य, स्टाफ, और एमबीसीबीसी में सेवा करने वाले अन्य सभी भाई बहनों को बधाइयाँ देता हूँ और मेरी शुभकामनाएं हैं कि आपके परिश्रम के द्वारा परमेश्वर की महिमा हो।”
स्नातकों और एमबीसीबीसी को भारत में परमेश्वर के घराने को प्रशिक्षित करने के प्रति उनके समर्पण के लिए बधाइयाँ।
- आईकोम्ब अपडेट
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